एयरपोर्ट से कृषि उत्पाद सीधे विदेश भेज सकेंगे नोएडा के किसान, एक्सपोर्ट हब बनाने की तैयारी
सोचिये, कितना अच्छा होगा कि नोएडा के किसान अपनी उपजम को लेकर मंडी की बजाय नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जाए, और अपनी उपज को सीधे एक्सपोर्ट दे.. सुनने में सपना जैसा लग रहा है, लेकिन ये सपना अब सच होने जा रहा है… कृषि उत्पादकता और कृषि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एक्सपोर्ट हब की स्थापना करेगी…. विश्व बैंक की मदद से यूपी एग्रीज परियोजना को धरातल पर उतारने की तैयारी है… इसके अलावा विश्व स्तर पर दो या तीन उपज का बड़े पैमाने पर निर्यात करने के लिए कृषि स्पेशल इकॉनमिक जोन की स्थापना की जाएगी…
ऐसा इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के कृषि जगत की तस्वीर बदलने एवं कृषि उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए हाल ही में उत्तर प्रदेश एग्रीकल्चर ग्रोथ एंड रूरल इंटरप्राइजेज इकोसिस्टम स्ट्रेंथनिंग (यूपी एग्रीज) परियोजना को हरी झंडी दी है… इसके तहत कृषि उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए जेवर एयरपोर्ट के पास एक्सपोर्ट हब की स्थापना की जाएगी…. इसके जरिये, हाई वैल्यू कृषि उत्पाद जैसे मूंगफली, सब्जी, काला नमक चावल, तिल आदि को एयरपोर्ट से सीधे विदेशों में निर्यात किया जा सकेगा..
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश से मीट, बासमती चावल, फल-सब्जियां व खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर से जुड़े विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट बड़े स्तर पर होता है… ऐसे में, कृषि उत्पादों के जरिये एक्सपोर्ट की प्रक्रिया को बढ़ाया जाएगा… इसके लिए यहां 30,750 क्लस्टर फार्मर्स ग्रुप को विकसित किया जाएगा… वहीं, निर्याताकों के लिए सिंगल विंडो फेसिलिटी सेंटर भी खोला जाएगा, ताकि अपनी उपज को एक्सपोर्ट करने के लिए उन्हे परेशानियों का सामना ना करना पड़े…
इसके अलावा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की राह सुगम करने के लिए 15 नवंबर से 100 ई-बसें सड़क पर उतारने की तैयारी की जा रही है..इन बसों का संचालन एयरपोर्ट के आसपास बसी यमुना सिटी से लेकर दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट और एनसीआर के अलग अलग रूट पर किया जाना तय किया गया है…..ये ब्सें अभी प्रायोगिक तौर पर चलाई जाएंगी, अगर ये प्रयोग सफल रहा तो आने वाले दिनों में इनकी संख्या 250 तक की जाएगी….
दरअसल, एयरपोर्ट की कनेक्टविटी मजबूत करने के लिए बनी योजना के अनुसार एयरपोर्ट से 50 बसें परी चौक, बॉटनिकल गॉर्डन, इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआई), आईएसबीटी, गाजियाबाद समेत दूसरे शहरों के लिए शुरू की जाएगी.. दूसरी 50 बसें यमुना सिटी के सेक्टर-18, 20 और 22डी सहित अन्य लोकल रूट पर दौड़ेंगी… फिलहाल, रोडवेज की दो बसें नोएडा से जेवर के बीच चलाई जा रही हैं… फिलहाल पहले 100 बसों के रूट पर संभागीय परिवहन अधिकारी के साथ यमुना प्राधिकरण की टीम मंगलवार को रूटों पर निर्णय ले सकती है…